क्लेश योगदर्शन में पांच प्रकार के बताए हैं- अविद्या, अस्मिता, राग, द्वेष तथा अभिनिवेश । इनमे अविद्या ही बाकी चार क्लेशों की जननी है। अविद्या-चार प्रकार की है। एक-नित्य को अनित्य तथा अनित्य को नित्य मानना, शरीर तथा भोग के...
आर्य समाज के बारे में भिन्न-भिन्न धारणाएं आर्यसमाज के विषय में आज लोगों में भिन्न-भिन्न प्रकार की भ्रान्तिया है। कुछ लोगों का मानना है की आर्यसमाज नास्तिक संगठन है जो ईश्वर को नहीं मानते । मूर्ति-पूजा के विरुद्ध है । आर्य समाज...
मोक्ष प्राप्ति क्या है इसे कैसे प्राप्त करें स्वभाव से अल्पज्ञ जीवात्मा अविद्यावश प्रकृतिपाश अर्थात जन्म और मृत्यु के चक्र में फँसता है और कर्मानुसार विभिन्न योनियों (शरीरों ) को धारण करता है। ईश्वर की व्यवस्था में बंधा हुआ जीवन...
सृष्टि उत्पत्ति से अब एक-एक दिन और काल का पूर्ण निचोड़ मानव सृष्टि के साथ ही ईश्वर ने चार ऋषियों को वेद का ज्ञान दिया और तभी से यह संवत चला। चूँकि आर्य लोग आदि मानव संसार के आदि आर्य...
chanakya niti चाणक्य नीतिः (हिंदी व्याख्या सहित) 1. प्रणम्य शिरसा विष्णुं त्रैलोक्याधिपतिं प्रभुम् । नानाशास्त्रोद्धृतं वक्ष्ये राजनीतिसमुच्चयम् ।। अर्थ :- मैं त्रिलोक के स्वामी सर्वशक्तिमान सर्वव्यापक भगवान् को सिर झुकाकर प्रणाम करता हूँ । प्रभु को प्रणाम करने के पश्चात्...
वक्फ बोर्ड भारत के विभिन्न राज्यों में 12 लाख एकड़ जमीन वक्फ बोर्डो के पास है। भारतीय रेलवे और रक्षा मंत्रालय की भू-संपत्ति के बाद वक्फ बोर्ड के पास सबसे अधिक जगह है इसी तरह वक्फ बोर्ड के तहत बनी...
RAJA BHOJ , MAHABHARAT SHIVA-PURAN Markandeya and Shiva Purans :- Raja Bhoj :- Some men wrote the Markandeya Purana and Shiva Purana in the time of Raja Bhoja/Raja Bhoj under the nom de plume of Vyasa. When the Raja...
(Islamic Empire) इस्लामिक विश्व साम्राज्य बनाने की मुख्य नीतियाँ अल्लाह ने मुसलमानों को विश्वभर में अरबी सांस्कृतिक इस्लामी साम्राज्य (Islamic Empire) स्थापित करने के लिए मुख्यता दो व्यापक नीतियाँ अनिवार्य रूप से अपनाने का आदेश दिया है- अल्लाह के लिए...
Golden Deer Story in Ramayana आज कल कुल तथाकथित मुस्लिम और कुछ कम्युनिस्टो का कहना है कि श्री राम शिकारी थे । शिकार खलने जाते थे। मौलाना जगदीश अंसारी ने तो सारी हदें ही पार कर...
चोर और राजा की प्रमाणिकता का फल महाराष्ट्र Maharastra के संत, महात्मा एवं कवि नामदेव महाराज Naamdev Maharaj एक बार घूमते हुए किसी गावँ में पहुँचे। रात्रि का समय था। सामने से एक चोर (Thief) आ...